गजब कईल तु बन गईल नजरवा के कजरवा हो
गजब कईल तु बन गईल नजरवा के कजरवा हो
जिया लागल त मन मातल,
जिया लागल त मन मातल
बना दिहलू भंवरवा हो…
पिरितिया के पड़ल छींटा
हम छींटदार हो गईनी
हो… हो… हो…
तु दिलवा में महक गईलू
हम गुलजार हो गईनी
तु बाड़ रंगदार सांवरिया
कईल बेकरार सांवरिया
दीवाना बन के भटकिलें
दीवाना बन के भटकिलें
दीवाना बन के भटकिलें
दीवाना बन के भटकिलें,
हो गईनी हम अवरवा हो…
सतरंगी इ मन रंगीन
रंग जागल उमंग जागल
हो… हो… हो…
जिया बेकल रहे हरपल
तोहर अईसन लगन लागल
तु बाड़ चितचोर सांवरिया
दिहल झकझोर सांवरिया
बहक जाई लहक जाई
बहक जाई लहक जाई
उड़े जब जब अंचरवा हो…