मैंने जाब देखा था
रात भी वो यद है मुजको
तारे गिनते गिनते सो गया
दिल मेरा धड़का था कसके
कुछ कहा था तूने हँस के
मैं उसी पल तेरा हो गया
आसमानो पे जो खुदा है
उससे मेरी याही दुआ है
चांद ये हर रोज मैं देखूँ
तेरे साथ में हैं
आँख उठी मुहब्बत ने अंगड़ाई ली
दिल का सौदा हुआ चांदनी रात में
हो तेरी नजरें नें कुछ ऐसा जादु किया
लुट गए हम तो पहली मुलकात मे
आंख उठी …
पाँव रखना न ज़मीन पर
जान रुक जा तू घडी भर
थोडे तारे तो बिछा दूँ
मैं तेरे वास्ते
अजमा ले मुझको यारा
तू ज़रा सा कर ईशारा
दिल जला के जगमगा दूँ
मुख्य तेरे वास्ते
मेरे जेसा इश्क में पागल है
फ़िर मिले या ना मिले कल
सोचन क्या हाथ ये दे दे
मेरे हाथ हैं
आँख उठी मुहब्बत ने अंगड़ाई ली
दिल का सौदा हुआ चांदनी रात में
हो तेरी नजरें नें कुछ ऐसा जादु किया
लुट गए हम तो पहली मुलकात मे
आंख उठी …
हं ।।
किस्से मोहब्बत के
है जो किताबों में
सब चाहता हूँ मैं
संग तेरे दोहराना
कितना जरुरी है
अब मेरि खातिर तू
मुशकिल है मुशकिल है
लफ़्ज़ों में कह पाना
आब तो ए आलम है
तू जान मांगे तोह
मैं शुकुन से दें दूँ सौगत में
आँख उठी मुहब्बत ने अंगड़ाई ली
दिल का सौदा हुआ चांदनी रात में
हो तेरी नजरें नें कुछ ऐसा जादु किया
लुट गए हम तो पहली मुलकात मे
हं उठी …