सर्दी से काँपतानी !
सुतेलs तू दुवारा बारी बारी पुवारा
राजाजी हो तापतानी
तापतानी !
ऐ जी !
सुतेलs तू दुवारा बारी बारी पुवारा
राजाजी हो तापतानी
तापतानी !
की सर्दी से काँपतानी तकिया के चापतानी
सारी रतिया हाँफतानी तकिया के चापतानी
कमरा के भीतर जरतावे हीटर
मीटर से नापतानी
आ सर्दी से काँपतानी तकिया के चापतानी
सारी रतिया हाँफतानी तकिया के चापतानी
का जी !
ऐ महाराज !
तकिया के ..!
पाला जब समाला भीतरी दिहि केतनो किल्ली
देहिया के गर्मी राजा देहिये से मिली
देहिये से मिली !
अरे बुझी ना !
पाला जब समाला भीतरी दिहि केतनो किल्ली
देहिया के गर्मी राजा देहिये से मिली
जाड़ा नाही जाई ओढ़ के रजाई
मुँह केतनो ढापतानी
सर्दी से काँपतानी तकिया के चापतानी
सारी रतिया हाँफतानी तकिया के चापतानी
सर्दी से काँपतानी !
पिया नीलकमल कईसन बानी सवांग जी
दिहनी ना कनिया के बदनिया में आग जी
बदनिया में आग जी !
अरे काहे नईखी सुनत ?
ऐ जी !
पिया नीलकमल कईसन बानी सवांग जी
दिहनी ना कनिया के बदनिया में आग जी
पिहs आशु सट के हरदी अवट के
माला के जापतानी
सर्दी से काँपतानी तकिया के चापतानी
सर्दी से काँपतानी तकिया के चापतानी
आ सारी रतिया हाँफतानी तकिया के चापतानी
अरे हई पुवरओ ओरा गईल !