कातिल कमरिया तू देखा के मुवईबे रे दादा | Katil Lyrics – Pawan Singh | Shilpi Raj

आखिर कब ले तू रहब सीधा साधा कातिल कमरिया तू देखा के मुवईबे रे दादा

Katil Lyrics in Hindi Image Source :Katil Lyrics in Hindi

Katil Song Details

  • 📌 Song Title Katil
  • 🎤 Singer Pawan Singh, Shilpi Raj
  • ✍️ Lyrics Azad Singh

Katil Lyrics in Hindi

मुवईबे रे दादा !
आ आ आ आ ..!
पेन्हे में साड़ी बड़ी लागेला लफड़ा
किन के लिया दs राजा छोटे तू कपड़ा
कपड़ा ! कपड़ा !
छोटे तू कपड़ा !

पेन्हे में साड़ी बड़ी लागेला लफड़ा
किन के लिया दs राजा छोटे तू कपड़ा
कपड़ा !

ना गर्मी ओमे लागी सब दुःख बेमारी भागी
तोहार खर्चो ना लागी पिया ज्यादा
अच्छा !
कातिल कमरिया तू देखा के मुवईबे रे दादा
अरे !
कातिल कमरिया तू देखा के मुवईबे रे दादा !
आ आ आ आ ..!
मुवईबे रे दादा !

आटावा तs साने में बलम फुले दम
कपड़ा जे पहिरब कम फीट रहम
ऐ जान जब सड़िये में तू एतना जुल्म ढाहेलु
अच्छा !

तs छोटे छोटे कपड़ा पहिन के बतावs का तू चाहेलु
का तू चाहेलु !
पेन्हब तs मॉडल लागब ना अउरी कुछु मांगब
पिया करतानी तोहरा से वादा
ओह हो हो !
कातिल कमरिया तू
हs जी !

देखा के मुवईबे रे दादा
अरे ना ना !
कातिल कमरिया तू देखा के मुवईबे रे दादा !
मुवईबे रे दादा !
आ आ आ आ ..!

डोलता तs डोले दs ईमान ऐ हो जान
तोहरे तs हई नु सामान का बा नुकसान
ऐ गोरी जब देखी तोहके तs मन करे देखते रही हो
अच्छा !

काम धाम छोड़िये दी का की आँख बस सेकते रही हो
सेकते रही हो !
सुनs पवन आजाद आवs ले लs स्वाद
आखिर कब ले तू रहब सीधा साधा
कातिल कमरिया तू देखा के मुवईबे रे दादा
कातिल कमरिया तू देखा के मुवईबे रे दादा !