( मुखड़ा )
M:- मन मे जोगीया के जोग जगाके, आज नाचेंगे चिलम चढाके।
F:- घुमता माथा लागे होई तमाशा , ठिक कईलन भंगीया खियाके
कि देह घुमता हमरो भयंकर। ।
M:- जय जय शिवशंकर काटा लगेन कंकर
कि पयाला तेरे नाम का पिया। ।
F:- मै गीर जाउंगी मै मर जाउंगी , जो तुने मुझे थाम न लिया ओ पिया। ।
( अंतरा )
F:- का जाने का होई आजू के दिनवा , बाटे अब शिव हि सहारा हो ।
थिरके कदम बाटे गजबे उमंग ,अईसन करिहन फेरू दोबारा हो। ।
M:- मस्त मलंग छोड शर्म झुमो बम मस्ती मे।
मारके दम भुलजा गम कुछ होईन कम कस्ती मे। ।
F:- कि कवन मरल तु हमरा पे मंतर
M:- जय जय शिवशंकर काटा लगेन कंकर , कि पयाला तेरे नाम का पिया। ।
F:- मै गीर जाउंगी मै मर जाउंगी ,जो तुने मुझे थाम न लिया ओ पिया। ।