होली है
घसाई रंग सगरी…।
मुहँवा से पानी चुवत ता बुढ़वा जवान सब मुअता
मुहँवा से पानी चुवत ता बुढ़वा जवान सब मुअता
डालब रंग होलीया मैं तोहरा हो चोलिया में
भगलु उठा के कहे घघरी अरे घघरी
जोबनवा ह की गगरी, घसाई रंग सगरी
हिलाइले बाड़ू नगरी …।
जोबनवा ह की गगरी, घसाई रंग सगरी
होली है
चलेलु अइसे चाल की सौ से जवानी दलकटा
तोपा तनि ओढ़निया से दुनो जोबनवा झलकाता
चलेलु अइसे चाल की सौ से जवानी दलकटा
तोपा तनि ओढ़निया से दुनो जोबनवा झलकाता
होली मी हिलावतारु कहै सनकावतारु
मल के जवानी का देब भभरी … अरे भभरी
जोबनवा ह की गगरी घसाई रंग सगरी
हिलाइले बाड़ू नगरी …।
त जोबनवा ह की गगरी घसाई रंग सगरी
ये हाँ ………
अखरा बा तोहर चिज ता नखरा करेलू बेसी
अर्जुन, दीपक, रानू से एतना करेलू ठेसी … २
अखरा बा तोहर चिज ता नखरा करेलू बेसी
छोटू , अमित, पुतुल से एतना करेलू ठेसी .
माजा लेला मन से तू आजुये पवन से
आ ओढ़ के कोठारिया मे चदरी…आ चदरी
त जोबनवा ह की गगरी घसाई रंग सगरी
हिलाइले बाड़ू नगरी …..।
त जोबनवा ह की गगरी घसाई रंग सगरी
ये हाँ ………