रात भर सैयां हमार बढ़े टेम्पेरेचर ,
तू धरावेला थेसर
कैसे छनि पूरी रोज रोटियां बेलइ,
धन बेलना हिलाई …….२
जेहिया से चढ़ल बाते चइत के महीना
शुतेला ना घरवा बालम एक्को दिन
दाबी दाबी तकिया बिगड़ जाला नेचर
…….तू धरावेला थेसर
घरवा में सूत के कताब होइबि चानी
घोटे खातिर कहवा से आई दाना पानी
समर आलोक पेट कैसे भराई.
धन बेलना हिलाई . तू धरावेला थेसर
धन बेलना हिलाई . तू धरावेला थेसर