ऐ राजा..
ऐ पिया..
ऐ बलमुआ हो हो हो ..!
जब जब जाई ला धनि हो बाजारे
झूठो के लागेलु नखरा पसारे
आ हां हां हां आ हां आ हां ..!
अरे का बाटे डिमांड आज खोल के बतावs
अईसे ना हमरा से मुँहवा फुलाव
ऐ जी सुनी फरमाईश बईठी तनी आराम से
एगो ललकी टिकुलिया लईह सासाराम से..!
एगो ललकी टिकुलिया लईह सासाराम से..!
रांची के लहंगा चाहि जी महंगा
अउरी बनारस के साड़ी
कवनो कंजूसी जनि देखईह
नाही त मैचिंग बिगड़ी
ऐ हो पिया !
ले ना आई कुछु त बवाल करेलु
झारी बगली के पईसा कंगाल करेलु
पिया काल्हे तू जईह धरिह गाड़ी शाम के
एगो ललकी टिकुलिया लईह सासाराम से..!
एगो ललकी टिकुलिया लईह सासाराम से..!
समझ में आवता ?
जाई के दुमका लईह जी झुमका
जोड़े जोड़े कान के
लाले सेनुरवा जनि भुलईह
उहे बढ़ाई राउर मान के
सुनी ना !
देखs लाई फुस लावे से बाजी ना बाजा
कहेले सूरज अंकुश राजा
विक्की जनि अगुतईह खरीदिह बढ़िया दाम से
एगो ललकी टिकुलिया लईह सासाराम से..!
एगो ललकी टिकुलिया लईह सासाराम से..!