मेहर के रहते सूती दुआरे , ऐसे निम्मन की हम रहती कुंवारे
एतना टेंसन देत बिया कि ,मिटत नइखे दारू से
सारा जग में जीत गया, हार गया मेहरारू से २
टेरी
भइला जवान ते ले लिहला बबुआ उड़त अपना में तीर
अपना मेहरिया से सब केहू हारल , कहते त कहते कबीर
अरे सदी के जब डेट धराइल रहलीं बहुते खुश
जइसे मेहरी आइल त हम बनि गइलीं मूस
हर घड़ी मुँहवा फुलवले रहेले मर्दन के जइसे झुलावले रहे ले
डरे हमहुँ बोल ना पाई कहीं मर न देवे झाड़ू से
सारा जग में जीत गया, हार गया मेहरारू से २
टेरी
मेहरी के आगे माथा टेकले , एक से एक अमीर
तू कवने खेत के मुराई हउवा , कहते त कहते कबीर
म्यूजिक………
यूपी और बिहार हमके ठोकेला सलामी
मेहरी हमार हमसे करावेले गुलामी
मन करे जहर हम खा लिए ये श्याम जा के आजाद कहीं करा इंतेजाम
कुल्हि खबर खेसारी के लेले इ त विवेकवा साढ़ू से
सारा जग में जीत गया, हार गया मेहरारू से २
तू का फोड़बा सब केहू फोरल, ईटा से आपन सीर
ये संग छोड़ा दूसर ले आवा , कहते त कहते कबीर